हरिद्वार/देहरादून। सावन के इस पावन-पवित्र महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए यूपी और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है। कांवड़ यात्रा के दौरान उपद्रवियों के तांडव से जहां व्यापारी परेशान हं तो वहीं आमजन भी काफी प्रभावित हुए हैं। कांवड़ यात्रा जिस तरह लड़ाई-झगड़ा और तोडफ़ोड़ के अलावा महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटनाएं सामने आ रही हैं। उससे हिंदू आस्था को आघात पहुंच रहा है। पुलिस ने इसमें भले ही चुप्पी साधी हो लेकिन व्यापारियों ने जवाब देने का ऐलान कर दिया है। यूपी और उत्तराखंड की जनता ने कहा कि रोजाना कांवडिय़ों के उपद्रव की घटनाएं आ रही हैं। कभी रुडक़ी तो कभी बहादराबाद, कभी ज्वालापुर तो कभी हरिद्वार अपर रोड बाजार में दुकान तोडऩे आदि की जो घटनाएं आ रही हैं, जो गलत है।
देश इन दिनों शिव भक्तों के रंग में रंगा नजर आ रहा है। सरकार के लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस भी शिव भक्तों की सेवा में लगी हुई है। सावन के 9 वें दिन शनिवार को तो अजब-गजब नजारा देखने को मिला। हापुड़ में पुलिस ने कांवडिय़ों की सेवा की। पंखे से की हवा की, पसीना पोंछा। तेज गर्मी के बीच कांवडिय़ों पर गुलाबजल छिडक़ा। वहीं, मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर बुकिंग ऑफिस के सामने कुछ कांवडिय़ों ने सीआरपीएफ जवान को पीट दिया। उसे लात-घूसे मारे। पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गई। मेरठ में कांवडिय़ों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एटीएस ड्रोन से कांवड़ रूट की निगरानी कर रही है। सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात हैं।


पुलिस मौन, कांवडि़ए बेखौफ
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडिय़ों के उत्पात पर पूरा देश हैरान है। लेकिन चिंता की बात है कि पुलिस-प्रशासन मौन है। उत्तराखंड में कांवडिय़ों की भीड़ बढऩे के साथ ही उपद्रव के मामले में बढ़ते जा रहा है। कांवडिय़ों के उपद्रव मचाने का एक मामला रुडक़ी से सामने आया है। रुडक़ी में कांवडिय़ों ने बाइक सवार को बुरी तरह से पीटा है। इसके अलावा कार सवार कुछ युवतियों के स्टंट का वीडियो भी सामने आया है, जिससे आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। उत्तराखंड में कांवडिय़ों के इस उपद्रव पर कांग्रेस ने भी तंज कसा है और सरकार का निशाना साधा है। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि जब से यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनी है, तब से इस तरह की घटनाओं में इजाफा हुआ है। पहले भी शिव भक्त आराम से कांवड़ ले जाते है, किसी को पता भी नहीं चलता था। कांवडिय़ों द्वारा की जा रही तोडफ़ोड़ और मारपीट करने के सवालों को लेकर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल हरिद्वार के अध्यक्ष संजीव नैय्यर बताते हैं की हरिद्वार में कावड़ यात्रा चल रही है और हरिद्वार का व्यापारी खुद को असहाय महसूस कर रहा है। कांवडिय़ों के साथ हरिद्वार का पुलिस प्रशासन भी व्यापारियों का उत्पीडऩ कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते दिन अपर रोड के पास कुछ कांवडिय़ों ने गुंडागर्दी करते हुए एक व्यापारी की दुकान में तोडफ़ोड़ की थी, जिसके बाद सभी व्यापारियों की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रशासन हमारा सहयोग करेगा तो ठीक है वरना व्यापारी अपना सहयोग खुद कर लेंगे।


आरपीएफ जवान को पीटा
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर बुकिंग ऑफिस के सामने कुछ कांवडिय़ों ने सीआरपीएफ जवान को पीट दिया। उसे लात-घूसे मारे। पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गई है। आरोप है, सीआरपीएफ जवान कांवडिय़ों से गांजा मांग रहा था। कांवडिय़ों ने गांजा न होने की बात कही तो जवान ने अभद्रता कर दी। इसपर कांवडि़ए भडक़ गए और जवान की पिटाई कर दी। सहायक उपनिरीक्षक अशोक कुमार और कॉन्स्टेबल प्रदीप कुमार पाल ने मारपीट करने वाले सत्यम (18) निवासी फतहा, अभिषेक साहू (18) निवासी फतहा, अभय तिवारी (18) निवासी पुलिस लाइन कजरहवा पोखरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सभी कांवडिय़ों को आधे घंटे बाद छोड़ दिया गया।


तोडफ़ोड़ करने वालों पर कार्रवाई
उधर, व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि शिव भक्त और कावडिय़ों के वेश में जो अराजक तत्व हैं उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वह आगे बताते हैं कि पुलिस प्रशासन ने मेला नियंत्रण भवन में व्यापारियों के साथ बैठक की और आश्वासन दिया कि जो भी हरिद्वार की मर्यादा को ठेस पहुंचाएगा या गुंडागर्दी कर तोडफ़ोड़ करने का काम करेगा उन सभी से हरिद्वार पुलिस शक्ति से निपटेगा। हरिद्वार निवासी टीटू ने बात करते हुए कहा कि जो भक्त हरिद्वार जल लेने आ रहे हैं वह कोई भी उत्पात जैसे गाडिय़ों में तोडफ़ोड़, दुकान में तोडफ़ोड़, मारपीट आदि ना करें। बल्कि श्रद्धा भक्ति के साथ अपनी यात्रा पूर्ण करें।


भरपूर स्वागत, फिर क्यों मचा है हंगामा
उत्तराखंड में सीएम धामी जहां खुद हरिद्वार पहुंचकर कांवडिय़ों का स्वागत करते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश भी कराई जा रही है। फिर भी कुछ घटनाएं ऐसी भी सामने आई हैं जहां कुछ कांवडि़ए उत्पात मचाकर यात्रा का माहौल खराब कर रहे हैं। दरअसल, हरिद्वार में कुछ कांवडिय़ों के उपद्रव से न सिर्फ पुलिस-प्रशासन, बल्कि स्थानीय लोग और व्यापारी भी परेशान हो चुके हैं। कुछ कांवडिय़ों की हरकतों से परेशान होकर बीते दिनों हरिद्वार के व्यापारियों से पुलिस के साथ बैठक की थी और हंगामा करने वाले कांवडिय़ों पर लगाम लगाने की मांग उठाई थी। व्यापारियों ने साफ किया था कि यदि कांवडिय़ों का आतंक इसी तरह जारी रहा, तो उन्हें बाजार बंद करने को मजबूर होना पड़ेगा। कांवडिय़ों के हंगामे को लेकर उत्तराखंड हाईकोर्ट तक को भी डीजीपी से जवाब तलब करना पड़ा है।